5 Easy Facts About पारद शिवलिंग और स्फटिक शिवलिंग Described

सिध्यन्ति नात्रा संदेह रसराज प्रसादतः ।।    (रसार्णव तंत्र)

माना जाता है कि शिवजी परम भक्त रावण ने भी पारद शिवलिंग की पूजा से अपनी मनोकामनाएं पूरी की थी.

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दरिद्रता, दुःख, पाप क्या होता है, रोग और शौक क्या होता है अगर पारदेश्वर के दर्शन मात्र से साक्षात् सौभाग्य उदय हो जाता है  

पारद, जिसे पारा भी कहा जाता है, एक तरल धातु है। पारद शिवलिंग को अत्यंत शुभ माना जाता है। हिंदू धर्म में इसकी महिमा का वर्णन इस प्रकार है:

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Just rub the lemon to the area of Parad shivling each alternate working day. It's going to begin shining. Then cleanse it by using a water and wipe it off with cleanse cloth. Now it is able to worship or have on. There will be no markings left any where inside the shivalingam or if worn in the human body.

मला समजलेला शिव तुमच्या मनातला ह्या मागील पोस्ट मध्ये मी शिवलिंग घरात पुजायचे असेल तर कोणते आणि कसे ह्याबद्दल लिहिले आहे.

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आपको बता दें कि सनातन परंपरा में भगवान शिव की पूजा करना काफी शुभ माना जाता है। इसी के साथ सोमवार के दिन भगवान शिव की साधना के लिए समर्पित होता है। ऐसा माना जाता है कि जो भी जातक भगवान शिव की पूजा करता है उस पर भगवान की विशेष कृपा उस पर बनती है। इसके अलावा सभी शिवलिंग की पूजा में पारद शिवलिंग की पूजा करना बेहद महत्वपूर्ण और शुभ माना जाता है।

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जर घरात शिवलिंग ठेवायचे असेल तर सर्वात उत्तम शिवलिंग हे पारद शिवलिंग मानले गेले आहे ह्यावर प्रकाश पाडू.

नंतर गायीचे कच्या दुधाने अभिषेक करून पुन्हा गंगाजल ने अभिषेक करावा.

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